ओलंपिक में क्रिकेट: 128 सालों के बाद इतिहास में बदलाव, फिर से मैदान में होगा क्रिकेट का जलसा

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क्रिकेट ओलंपिक: अब 128 साल के इतिहास में एक नया युग शुरू होने वाला है। इतने लंबे इंतजार के बाद, ओलंपिक गेम्स में क्रिकेट को फिर से मना लिया गया है। इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी (IOC) ने इसमें एक महत्वपूर्ण फैसला किया है, जिससे एक नई दिशा की ओर कदम बढ़ा जा रहा है।

2028 में आयोजित होने वाले लॉस एंजेलिस ओलंपिक (Los Angeles-2028) में क्रिकेट को मंजूरी मिलने के साथ, इस खेल को ओलंपिक के खेलों का हिस्सा बनने का मौका मिला है। आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक ने इस अद्भुत घटना की घोषणा की है और इसे एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में स्वीकारा जा रहा है।

क्रिकेट का अभ्यास 1900 के पेरिस ओलंपिक खेलों में होने वाला एक अद्वितीय घटना था। इसके बाद से ओलंपिक में क्रिकेट को बाहर रखा गया था, लेकिन अब फिर से इसे मौका मिला है संघर्ष की भूमि पर उभरने का। लॉस एंजेलिस-2028 के आयोजकों की सिफारिश के बाद, क्रिकेट का पुनर्निर्माण हो रहा है और खिलाड़ियों को अगले ओलंपिक में इसमें भाग लेने का सुनहरा अवसर मिल रहा है।

इस घटना की महत्ता को समझते हुए, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने के लिए एक आधिकारिक प्रस्ताव पेश किया है। इसके परिणामस्वरूप, लॉस एंजेलिस-2028 की समिति ने इसे स्वीकार किया है और इसमें समर्थन दिखाने का ऐलान किया है।

इस अद्वितीय क्षण के बारे में बात करते हुए, आईओसी के खेल निदेशक किट मैककोनेल ने बताया, ‘लॉस एंजेलिस समिति ने 5 खेलों का प्रस्ताव रखा है, जिसमें क्रिकेट भी शामिल है। ईबी बैठक में इस मामले को उठाएगा।’

क्रिकेट के ओलंपिक में वापसी का फैसला लॉस एंजेलिस-2028 ओलंपिक के आयोजकों ने भी सोमवार को किया है, जो यहाँ तक कि इसे 1900 के पेरिस ओलंपिक में हुए मैच के बाद से पहली बार ओलंपिक में वापसी का मौका मिलेगा।

क्रिकेट के मैचों का आयोजन 1900 के पेरिस ओलंपिक में हुआ था, और उस वक्त से इसे ओलंपिक स्तर पर देखा नहीं गया था। इसके बाद के लंबे समय में, खिलाड़ियों को इस उच्चतम स्तर के प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका नहीं मिला था, लेकिन लॉस एंजेलिस-2028 में इसे फिर से अवसर प्राप्त होगा।

इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने इस समीक्षा की प्रक्रिया की जानकारी दी और बताया कि इसमें आईसीसी ने लॉस एंजेलिस-2028 की समिति के साथ मिलकर काम किया है।

इस मौके का उपयोग करते हुए, आईसीसी ने 9 अक्टूबर को एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने के प्रस्ताव की पुनरावृत्ति की गई। इससे साफ है कि क्रिकेट के प्रशासनिक और खेलकूद समुदाय ने मिलकर इस पुराने खेल को ओलंपिक में पुनर्जीवित करने के लिए संकल्प बनाया है।

भारत के लिए खासी बात यह है कि यह बारह सालों के बाद आईओसी सत्र की मेजबानी कर रहा है। 1983 में दिल्ली में हुए 86वें सत्र के बाद, भारत ने फिर से इस महत्वपूर्ण सत्र को मेजबानी का मौका प्रदान किया है।

इस समीक्षा और फैसले के साथ, क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने का सपना अंत में हकीकत बन गया है। यह एक ऐतिहासिक क्षण है, जो खेलकूद प्रेमियों के लिए आने वाले समय में नए उत्साह की ओर पहुंचा रहा है।

इस नए युग के साथ, क्रिकेट का ओलंपिक मैदान में प्रवेश होने के साथ ही, यह खेल विश्व भर में नई पहचान बना रहेगा, और खिलाड़ियों को एक नए प्लेटफ़ॉर्म पर अपनी कला को दिखाने का अवसर मिलेगा।