नीमन पर बेईमानी का आरोप क्यों लगा रहे हैं विश्व नंबर एक कार्लसन, जानें पूरा मामला

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मैग्नस कर्लसन ने कहा है कि नीमन ने भले ही यह कहा हो कि उन्होंने काफी समय पहले बेईमानी की थी, लेकिन उन्होंने हाल फिलहाल में धोखा किया है। इसके साथ ही कार्लसन ने नीमन के साथ खेलने से मना कर दिया।

विश्व शतरंज चैंपियन मैग्नस कार्लसन ने अमेरिका के हैंस नीमन पर बेईमानी के गंभीर आरोप लगाए हैं और उनके साथ खेलने से मना कर दिया है। सोमवार को कहा कि उनका मानना है कि हैंस नीमन ने सार्वजनिक रूप से जिस समय बेईमानी करने की बात स्वीकार की है, उसके काफी समय बाद मैच के दौरान धोखा दिया है। इसके साथ ही कार्लसन ने कहा कि वह अब नीमन या किसी अन्य खिलाड़ी के खिलाफ नहीं खेलना चाहते, जिसने अतीत में धोखा दिया है।

कार्लसन, 2013 के बाद से विश्व चैंपियन हैं। वह इस महीने की शुरुआत में सिंकफील्ड कप में नीमन से मिली अप्रत्याशित हार के बाद टूर्नामेंट से हट गए थे और नीमन पर धोखा देने के आरोप लगाए थे। इसके बाद जूलियस बेयर जनरेशन कप में नीमन के साथ अपने मैच में, उन्होंने सिर्फ एक चाल के बाद मैच छोड़ दिया।

चेस में खिलाड़ियों का स्तर पता करने के लिए एलो अंक का प्रयोग किया जाता है और नीमन कार्लसन से लगभग 200 एलो अंक पीछे हैं। नीमन को पहले भी प्रतिबंधित किया जा चुका है और उन्होंने दो बार ऑनलाइन धोखा देने की बात स्वीकार की थी। उनका कहना है कि जब वह 12 और 16 साल के थे, तब उन्होंने बेईमानी की थी। इसके बाद उन्होंने कभी धोखा नहीं दिया। लेकिन कार्लसन के अनुसार इसके काफी समय बाद भी उन्होंने धोखा दिया। नीमन खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए बोर्ड में मैच खेलने को तैयार थे। वहीं, कार्लनस ने नीमन के खिलाफ अपने आरोपों को लेकर कोई सबूत नहीं दिया।
कार्लसन ने ट्विटर पर लिखा”अब तक मैं केवल अपने कार्यों के जरिए ही खुद को बयां कर पाया हूं, और उन कार्यों स्पष्ट है कि मैं नीमन के साथ शतरंज खेलने को तैयार नहीं हूं। मेरा मानना है कि शतरंज में धोखा देना एक बड़ी बात है और खेल के लिए एक संभावित खतरा है। मेरा यह भी मानना है कि शतरंज के आयोजकों और उन सभी को जो खेल की पवित्रता की परवाह करते हैं, उन्हें बोर्ड शतरंज के लिए सुरक्षा उपायों और धोखाधड़ी का पता लगाने के तरीकों को बढ़ाने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।”
सिंकफील्ड कप से नाम वापस लेने के बारे में सोच रहे थे कार्लसन
कार्लसन ने कहा “जब नीमन को 2022 सिंकफील्ड कप के लिए आखिरी मिनट में आमंत्रित किया गया था, तो मैंने इस प्रतियोगिता से अपना नाम वापस लेने पर गंभीरता से विचार किया था। मैंने अंत में खेलना चुना। मेरा मानना है कि नीमन ने सार्वजनिक रूप से जो समय स्वीकार किया है, उसके काफी बाद बेईमानी की है। बोर्ड पर उनकी प्रगति असामान्य रही है। सिंकफील्ड कप में हमारे पूरे खेल में मुझे यह आभास हुआ कि वह गंभीर स्थिति में खेल पर तनावपूर्ण नहीं था और पूरी तरह से ध्यान केंद्रित नहीं कर रहा था, जबकि वह मुझे काले मोहरे के साथ हरा रहा था। मुझे लगता है कि केवल कुछ खिलाड़ी ही ऐसा कर सकते हैं। इस खेल ने मेरे दृष्टिकोण को बदलने में योगदान दिया। “

अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ ने पिछले हफ्ते कहा कि उसने खेल में धोखाधड़ी के बारे में कार्लसन की चिंताओं को साझा किया। कार्लसन ने आगे कहा “हमें धोखा देने के बारे में कुछ करना चाहिए। मैं उन लोगों के खिलाफ नहीं खेलना चाहता जिन्होंने अतीत में बार-बार धोखा दिया है, क्योंकि मुझे नहीं पता कि वे भविष्य में क्या करने में सक्षम हैं। मैं और भी बहुत कुछ कहना चाहता हूं। दुर्भाग्य से, इस समय मैं जो कह सकता हूं वह सीमित है। बिना नीमन की स्पष्ट अनुमति के खुले तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता। अब तक मैं केवल अपने कार्यों के साथ ही खुद को बयां कर पाया हूं, और उन कार्यों से स्पष्ट है कि मैं नीमन के साथ शतरंज खेलने को तैयार नहीं हूं। मुझे उम्मीद है कि इस मामले में सच्चाई सामने आएगी, चाहे वह कुछ भी हो।”

कैसे बेईमानी करते हैं खिलाड़ी?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ऑनलाइन मैच के दौरान खिलाड़ी एक खास तरह के बेड के जरिए बेईमानी करते हैं। उनका मैच किसी दूसरे व्यक्ति की नजर में होता है, जो कम्प्यूटर में वही मैच खेल रहा होता है। धोखा देने वाले खिलाड़ी के शरीर या बेड में कंपन वाली मोटर लगी होती है और इसी मोटर के जरिए उन्हें कम्प्यूटर में मैच खेल रहा व्यक्ति संकेत देता है। नीमन पर भी इसी तरीके से बेईमानी करने के आरोप हैं।