ब्राजील के खिलाफ फुटबॉल मैच खेलेगी भारतीय महिला टीम, कहां दिखेगा मैच?

स्पोर्ट्स

भारतीय महिला टीम चार देशों का टूर्नामेंट खेलने ब्राजील गई है जहां उसे मेजबान के अलावा चिली और वेनेज़ुएला जैसी टीमों से टक्कर लेनी है.

नई दिल्ली : कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में भारत और न्यूजिलैंड के मैच को देखने करीब सात से आठ हजार दर्शक आए हुए हैं. 32,000 की क्षमता वाले ग्रीन पार्क स्टेडियम में पहले दिन टेस्ट मैच देखने आए इतने दर्शक भी कम नहीं हैं. बड़ी बात ये है कि इन मैचों का लाइव प्रसारण हो रहा है और क्रिकेट फैंस हर थोड़ी देर पर स्कोर पूछकर जानकारी भी ले लेते हैं और मनोरंजन भी कर लेते हैं. वैसे भारतीय खेल प्रेमियों के लिए क्रिकेट के अलावा भी कई दूसरे मैदानों पर भरपूर एक्शन हो रहा है. एक दिन पहले भुवनेश्वर में हॉकी का जूनियर वर्ल्ड कप शुरू हो चुका है जहां भारत डिफेंडिंग चैंपियन है. कुरुक्षेत्र में आज से ही साइक्लिंग का नेशनल्स शुरू हो रहा है और कल ब्राजील के मनाउस शहर में भारतीय महिला टीम 2007 की उपविजेता मेजबान टीम से टक्कर लेगी. ये खबरें टीवी पर दिखने की बात तो दूर अखबारों में भी मुश्किल से ढूंढने पर मिलेंगी.

भारतीय महिला टीम चार देशों का टूर्नामेंट खेलने ब्राजील गई है जहां उसे मेजबान के अलावा चिली और वेनेज़ुएला जैसी टीमों से टक्कर लेनी है. तीनों टीमें रैंकिंग में भारत (वर्ल्ड रैंकिंग 57) से कहीं ऊपर हैं. ब्राजील दुनिया की 7वें नंबर की टीम है जबकि चिली 37वें नंबर की और वेनेज़ुएला 56वें नंबर की. भारतीय महिला टीम के हेड कोच थॉमस डेनेब्री (स्वीडन के) पहले ही कह चुके हैं कि भारत की टक्कर तीन बेहद तकनीकी टीमों से है और इसलिए मुकाबले चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं. डेनेब्री भारतीय टीम की डिफेंस पर भरोसा दिखा रहे हैं और उन्हें लगता है कि भारतीय टीम ब्राजील जैसी टीमों को भी चौंका सकती है.

दरअसल भारतीय टीम के लिए ये दौरा अनुभव हासिल करने और अगले साल मुंबई और पुणे में में होने वाले एशिया कप (20 जनवरी- 6 फ़रवरी) के लिहाज से ज्यादा अहम है. 2022 AFC एशिया कप की टॉप पांच टीमों को 2023 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने वाले FIFA महिला वर्ल्ड कप में सीधे एंट्री मिल सकती है. ब्राजील में खेलकर भारतीय टीम वहां के दांव-पेंच सीखने की उम्मीद कर रही है. साम्बा स्टाइल ब्राजीली फुटबॉल के गुर भारतीय खिलाड़ियों के लिए आने वाले वक्त में उनका हुनर निखारने में बेहद मददगार साबित हो सकते हैं. लेकिन भारत में फुटबॉल के फैंस और जानकार बड़ा सवाल उठाते हैं.